उर के मेरे उपवन में
हरियाली सदैव रहती थी
मन रूपी मेरी गौरैया
हर डाल फुदक ये कहती थी
मेरे प्राणप्रिये हे प्रियतम
निशदिन तुम आओ ना
आकर तुम इस उपवन में
प्रेम सुगंध महकाओ ना
जब तुम आते इस उपवन में
मानो बसंत खिल जाती थी
तुम्हारे स्वागत में कुहुकिनी
मंगल गीत सुनाती थी
देख तुम्हारा रूप मनोहर
भौरें गुंजन करते थे
कामदेव लज्जा के मारे
नहीं आस पास भटकते थे
मृगलोचन से जब तुम मोहन
कोई कुतूहल कर देते
आह ! मेरे अंतर्मन में
एक दिव्य आनंद ही भर देते
तुम चलते तो लगता मानों
बज उठते हैं दिव्य सितार
कुछ भी कहते मुखमंडल से
देता इक आनंद अपार
पर अब तो इस उपवन में
मानों है पतझर की मार
नहीं उल्लासित कोई गौरैया
ना ही ऋतु की कोई बयार
गंध सुगंध नहीं है मानों
ना प्रेमी की प्रेम पयार
ना भौरों का कोई गुंजन
ना कोयल की कूक पुकार
मन के इस मरुस्थल में
मानों पड़ा है प्रेम अकाल
उलझी सघन भावनाएं हैं
जो लेती आकार विशाल
व्याकुल हो उठा ह्रदय अब
सहा नहीं जाता ये अकाल
हे वनमाली दृष्टिपात कर
ले आओ सुन्दर जयमाल
मेरे स्मृतिपटल पर अब भी
धुंधली सी कुछ स्मृति शेष है
तुम्हे छोड़कर जाऊं कहाँ मै
बाकी सब तो क्लेश क्लेश
है
मृगलोचन से कर कुतूहल
फिर से उपवन महकाओ ना
श्यामानंद जीवन है नीरस
हे प्रियतम तुम आओ ना
- श्यामानंद दास
अति सुन्दर
जवाब देंहटाएंthank you...
हटाएंHari bol
हटाएंBeautiful lines sir great 👍🏼👏🏼👏🏼👏🏼
हटाएंsundar
जवाब देंहटाएंसुपर अति उत्तम सर जी
जवाब देंहटाएंthank you
हटाएंAwesome prabhu ji💐💐💐💐
जवाब देंहटाएंThank you very much prabhu ji
हटाएंHari Bol 🙌 It's amezing 💐
जवाब देंहटाएंThank you very much
हटाएंHari Bol
जवाब देंहटाएंThank you very much
हटाएंSuperb👌
जवाब देंहटाएंAanand aageya prabhuji.. Aati sundar
जवाब देंहटाएंthank you
हटाएंBahut sunder👌🏻👌🏻👌🏻🙏🏻🙏🏻
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
हटाएंthank you very much
जवाब देंहटाएंHari bol...Ati sundar
जवाब देंहटाएंLikhne wale kya sundar bhaaw se likha ... Khud shree Krishna ko dharti pr utaar diya h ... Kehne ko toh shirf kavita h.... Jisne likhi usey pucho uski jeewan ki poonji hi shree Krishna kaniya h .... Well done, outstanding, Awesome, Beautiful , preety 💯🏆🌞🪔🎉🙏🏻🥇🎈🌛⭐💫✍️🙋💐🌻🏵️🍄🍁🍀🪴🌳🌲🌾 Respected sir 🤗🤗🤗🤗
जवाब देंहटाएंआपका हृदय से आभार श्री मान जी। मेरी भावनाओं को समझने के लिए कोटिशः धन्यवाद।
हटाएंAwesome guru ji
जवाब देंहटाएंNice
जवाब देंहटाएं।। कीर्तनिया सदा हरि ।।
जवाब देंहटाएंHari bol
हटाएंHari bol
जवाब देंहटाएंHare krishna
हटाएंNice👍 prabhu ji
जवाब देंहटाएंThank you
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